Title | : | Jeevani : Guru Arjun Dev Ji - (जीवनी - गुरु अर्जुन देव जी) |
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Author | : | Gurpreet Singh |
Release | : | 2019-11-21 |
Kind | : | ebook |
Genre | : | Biographies & Memoirs, Books |
Size | : | 461807 |
मानवताकेसच्चेसेवक,धर्मकेरक्षक,शांतऔरगंभीरस्वभावकेस्वामीश्रीगुरुअर्जुनदेवजीअपनेयुगकेसर्वमान्यलोकनायकथे।वहदिन-रातसंगतकीसेवामेंलगेरहतेथे।उनकेमनमेंसभीधर्मोंकेप्रतिअथाहसम्मानथा।उनकीशहादतसिखधर्मके इतिहासकाएकमहत्त्वपूर्णमोड़था।संपादनकलाकेगुणीगुरुअर्जुनदेवजीनेश्रीगुरुग्रंथसाहिबजीकासंपादनभाईगुरदासकीसहायतासेकियाथा।उन्होंनेरागोंकेआधारपरश्रीगुरुग्रंथसाहिबजीमेंसंकलितवाणियोंकाजोवर्गीकरणकियाहै,उसकी मिसालमध्यकालीनधार्मिकग्रंथोंमेंदुर्लभहै।श्रीगुरुग्रंथसाहिबमेंकुल5894शब्दहैंजिनमेंसे2216शब्दश्रीगुरुअर्जुनदेवजीकेहैं,जबकिअन्यशब्दभत्तफ़कबीर,बाबाफरीद,संतनामदेव,संतरविदास,भत्तफ़धन्नाजी,भत्तफ़पीपाजी,भत्तफ़सैनजी,भत्तफ़भीखनजी,भत्तफ़परमांनदजी,संतरामानंदजीकेहैं।इसकेअलावासत्ता,बलवंड,बाबासुंदरजीतथाभाईमरदानाजीवअन्य11भाटोंकीबाणीभीगुरुग्रंथसाहिबमेंदर्जहै। |